पंचगव्य आयुर्वेद चिकित्सा जो भारतीय देशी गोवंश के गोबर, गोमूत्र, दूध, दही, घी,छाछ पर आधारित है I इनके उपयोग से आयुर्वेद शास्त्रों द्वारा प्रमाणित 50 – 60 ओषधियाँ सैकड़ों गौशालायें देश भर में बना रही है I जिनमे गोमूत्र अर्क, आसव, घनवटी, मालिश तेल, हरड़े चूर्ण , श्वित्रनाशक वटी , श्वित्रनाशक लेप , पंचगव्य घृत , हिंग्वाद्य घृत , तक्रारिष्ट , अष्टमंगल घृत, पंचतिक्त घृत , साबुन लेप टिकिया , गोमय भस्म , दन्त मंजन , उबटन केश निखार , शतधोत घृत आदि औषधियां है I


पंचगव्य आयुर्वेद चिकित्सा में अनेक अनुसन्धान संस्थानों के वैद्य , रसायन वैज्ञानिक , पशु वैज्ञानिक , कृषि वैज्ञानिक कार्यरत है l जो आपस में समन्वय स्थापित करके बड़ा कार्य देश भर में पहुंचा सकते हैl जिससे देश की सामान्य गरीब ग्रामीण जनता जनार्दन को भी बहु लाभ होगा l “घर – घर गाय, ग्राम – ग्राम गौशाला, का हमारी निरोमशाला – लक्ष्य भी प्राप्त कर सकेंगे l
